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राजपूतो का इतिहास RAJPUT HISTORY In Hindi {Rajput Status In Hindi And All Rajput History Defined In Status

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*महाराणा का भाला*
कोई पूछे कितना था राणा का भाला
तो कहना कि अकबर के जितना था भाला
जो पूछे कोई कैसे उठता था भाला
बता देना हाथों में ज्यों नाचे माला
चलाता था राणा जब रण में ये भाला
उठा देता पांवों को मुग़लों के भाला
जो पूछे कभी क्यों न अकबर लड़ा तो
बता देना कारण था राणा का भाला


*कतरा कतरा*
कतरा कतरा चाहे बह जाये लहू बदन का,
कर्ज उतर दूंगा ये वादा आज मैं कर आया !!
हँसते – हँसते खेल जाऊंगा प्राण रणभूमि में,
ये केसरिया वस्त्र मैं आज धारण कर आया !!


*राजपूत*
जंग खाई तलवार से युद्ध नही लड़े जाते,
लंगडे घोड़े पे दाव नही लगाये जाते,
वीर तो लाखों होते है पर सभी महाराणा प्रताप नही होते ,
पूत तो होते है धरती पे सभी… पर सभी “राजपूत” नही होते..!!


*राजपूत*
ज़ुल्म की पहचान मिटा के रख दें राजपूत,
चाहे तो कोहराम मचा के रख दें राजपूत ,
अभी सूखे पत्तो की तरह बिखरे है हम राजपूत,
अगर हो जाये एक तो दुनिया हिला के रख दें राजपूत..!!!


*राजपूत*
सिंह जणे क्षत्राणी , जणे एक सपूत ,
जे उतारे कर्ज दूध रो अर बढावे मान , बाजे राजपूत !!


*राजपूत की तलवार*
राजपूत की आन-बाण-शान का प्रतीक है तलवार,
जीने का नया ढंग नया अंदाज सिखाती है ये तलवार,
सुंदर सजी हुई शानदार म्यान के अंदर रहकर भी,
वीरों के संग अर्धांगिनी सी विराजती है तलवार



*रियासत*
यूँ ही नहीं मिलती किसी को रियासत यहाँ ,
ये तो हुनर की है बात जो हमारे खूनमें मौजूद है.!!


*इतिहास*
प्यासी तलवारों को योद्धा रक्त पिलाने बैठे हैं ,
मेरे राजपूत शेर शिकार करने के लिए बैठे हैं !
दुखों का पहाड़ झुकाने सूरमा आज गंभीर बैठे हैं ,
मेरे वीर राजपूत इतिहास लिखने के लिए बैठे हैं !


*क्षत्रिय*
मर सकता हूँ मगर झुकना नहीं है मंज़ूर मुझे,
हाँ मैं ‘क्षत्रिय ’ हूँ, इस बात का है ग़ुरूर मुझे,
दंभ है पश्चिम तुझे, चुटकी में तोड़ देंगे हम,
हुंकार भर जो उठ गए, घमंड तेरा चूर है,
सांसों में मेरी संस्कृति है, वेद बहते ख़ून में,
पुराण-शास्त्र-उपनिषद, चेहरे का मेरे नूर है,


*शत्रु*
जो शत्रु की छाती चीरे धार अभी वो बाकि है,
सर काटे जो शत्रु का, तलवार अभी वो बाकि है,
कायरता न समझे गीदड़, हम शेरों की ख़ामोशी को,
जो पंजे से शत्रु के पेट को चीरे बघनख अभी वो बाकि है.!!!! जय भवानी

*वीरों की दहाड़*
वीरों की दहाड़ होगी
क्षत्रियो की ललकार होगी ।
आ रहा है वक्त जब फिर , क्षत्रियों की सरकार
होगी ।
हर पापी का सर होगा और , क्षत्रियो
की तलवार होगी ।
फिर क्षत्रिय चमकेगा अब ,
*जय जय मां भवानी * की जय जयकार
होगी ।
बस – एक ही नारा एक ही नाम
जय राजपूताना

*राजपूताना  इतिहास*
भूल गयी इतिहास कौम का, सिंहों की संतान!
जौहर और शाकों की धरती,जय जय
राजस्थान!!
भूल गया राणा प्रताप को, दुजा वीर चौहान!!
गौर और बादल को भुला,याद नहीं पन्ना का बलिदान !!
क्षात्र लहू से सिंचित धरा, का कण कण बड़ा महान!
भूल गयी इतिहास कौम का, सिंहों की
संतान।।
वीर पद्मिनी हाड़ी
राणी, मीरा का गुणगान!
शेखाजी की शान भूल गए,शेखा
की संतान !!
जयमाल पता भूल गए हम दुर्गा का बलिदान !
भूल गयी इतिहास कौम का,सिहों की संतान !!
सतियां और झुंझार खो रहे अपनी ही
पहचान।
पाबू तेजा और गोगाजी जिनका दुनिया करे बखान !!
भूल रामसा भटक रहे, हम निर्लज उनकी
ही संतान !
भूल गयी इतिहास कौम का,सिहों की संतान !!
हठी हमीर के हठ को भूले ,सांगां का
स्वाभिमान!
चेतक की स्वामिभक्ति को,भूले हल्दी का
मैदान!!
कुम्भा की करनी को भूले,भूले पुज्वन सा
बलवान!
भूल गयी इतिहास कौम का,सिंहों की संतान !!
दुल्ला भाट्टी याद किसी को,भूले
बीका रावल मान !
जोधा भूल अमर सिंह भूले,भूले गोगाजी चौहान!!
भोज सरीके पुर्वज भूले,भूले दुर्गादास महान !
भूल गयी इतिहास कौम का,सिहों की संतान !!
दुर्गाजी की भीष्म
प्रतिज्ञा,भूल गयी उनकी ही
संतान !
रामा पीर के पर्चे भूले,भूल गए हम गीता
का वो ज्ञान!!
राजपूती इतिहास गया तो, क्या रहेगा हिंदुस्तान !
भूल गयी इतिहास कौम का सिंहों की
संतान !!
किस और चला तो पथभ्रमित हो,सम्भल जरा नादान !
क्षात्र धर्म के पंच कर्मो से ही,बढे कौम का मान !!
भूल गयी इतिहास कौम का ,सिंहों की संतान!
जौहर और शाकों की धरती,जय जय
राजस्थान !!

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Jai Mahakal ki

जन्नत की चाहत तो 72 हूरों का ख्वाब है
हम तो #महाकाल के भक्त हैं
हमें #चिताओं से भी प्यार है।।

आश्चर्य की बात है.. कि लोग जीवन को बढाना चाहते है.. सुधारना नही..हर हर महादेव🙏🙏


पढ़ते क्या हो आंखों में मेरी कहानी? … Attitude 😈 में रहना तो आदत है मेरी पुरानी 😎 #महाकाल


भटक भटक के ये जग हारा,संकट में कोई दिया ना साथ
सुलझ गई हर एक समस्या,महाकाल ने जब से पकड़ा हाथ...🔱जय बाबा #महाकाल 🙏


महाकाल को देवता नहीं अपना मित्र बना लो एक सखा एक अभिभावक जो भी करो बताओ सही गलत का आत्मिक अनुभव करा देता है मेरा महाकाल वो अपना है

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